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WHAT IS "KOMAL" AND "TEEVRA" SWAR IN CLASSICAL MUSIC

          कोमल और तीव्र स्वर क्या है


कोमल और तीव्र स्वर भी सरगम का महत्वपूर्ण हिस्सा है –

कोमल –कोमल स्वर वो होते है,जो सुद्ध स्वर के पहले आते है,जैसे पहले सा आता है उसके बाद सुद्ध रे आता है ,तो सा के बाद और सुद्धा रे के पहले जो आता है वो होगा कोमल स्वर होता है. और उसको नीचे लाइन खीच कर दरसाया जाता है (रे ), और सरगम में (रे गा धा नी) कोमल होते है.  


तीव्र –तीव्र स्वर वो होते है,जो सुद्ध स्वर के बाद आते है,जैसे मा और जो मा के बाद आयेगा वो होगा तीव्र स्वर सरगम में सिर्फ एक ही तीव्र स्वर होता है मा .और उसको ऐसे दर्शाते है (मे).  

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