WHAT IS "KOMAL" AND "TEEVRA" SWAR IN CLASSICAL MUSIC

          कोमल और तीव्र स्वर क्या है


कोमल और तीव्र स्वर भी सरगम का महत्वपूर्ण हिस्सा है –

कोमल –कोमल स्वर वो होते है,जो सुद्ध स्वर के पहले आते है,जैसे पहले सा आता है उसके बाद सुद्ध रे आता है ,तो सा के बाद और सुद्धा रे के पहले जो आता है वो होगा कोमल स्वर होता है. और उसको नीचे लाइन खीच कर दरसाया जाता है (रे ), और सरगम में (रे गा धा नी) कोमल होते है.  


तीव्र –तीव्र स्वर वो होते है,जो सुद्ध स्वर के बाद आते है,जैसे मा और जो मा के बाद आयेगा वो होगा तीव्र स्वर सरगम में सिर्फ एक ही तीव्र स्वर होता है मा .और उसको ऐसे दर्शाते है (मे).  

MAIN PHIR BHI TUMKO CHAHUNGA(in single string)

Mai phir bhi tumko chahunga(Single string)-

दोस्तों  इस  गाने में  original सरगम में  जो स्वर इस्तेमाल किये गए है वो ये है -(सा , रे , गा , मा , पा , धा , नी , सां , रें , गां  मां , पां  )


तुम मेरे हो इस पल मेरे हो, कल सायद ये आलम न रहे  
0      24    2  42    4     457   4,   4      12 11   9    754     5   75


कुछ ऐसा हो तुम तुम न रहो, कुछ ऐसा हो हम हम नरहे
02     445   4    02     4     7   54,  4 12  12 11 9    7      5     575


 ये रस्ते अलग हो जाये, चलते चलते हम खो जाये
7      754   20 11   0     24 ,    88      9 11    14   14   12 12  


 मैं फिर भी तुमको चाहूँगा,    मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
12    12    14    11 9   79 11 11  9 12  12  14  11 9   97544


 इस चाहत में मर जाऊंगा, मै फिर भी तुमको चाहूँगा
12    12 12   11   9   79 11 11, 12  12  12   11 9      954


मेरी जान में हर ख़ामोशी ले,  तेरे प्यार के नगमे गाऊंगा
12 14    17    16   14    14 12 14   14, 12 12  16    16   14 12      11 9 11 12 12


मैं फिर भी तुमको चाहूँगा, मै फिर भी तुमको चाहूँगा
12    12    14    11 9   79 11 11,  9   12  12   14  11 9   97544


ऐसे जरूरी हो मुझको तुम, जैसे हवाये साँसों को
55       454     2     44       420,  55     577 11  11 9  9


ऐसे तलाशु मै तुमको जैसे की पैर जमीनों को
55        4542   4    4420   55     5     77   11 11 9 9
  

   हसना या रोना हो मुझे,  पागल    सा ढूँढू    मै तुम्हे
9 11 12 14   14   12 16   14   14 14 ,   9 11 12 14   14   14 16   14    14 14


कल मुझ से मुहब्बत होना हो, कल मुझसे इजाजत हो   न हो  
16     16 16 17   16 16 14 12   16   17 16    16 , 16  16 16 17 16 16 14 12    16   17 16   16


टूटे दिल के टुकड़े लेकर, तेरे दर पे  ही रह जाऊंगा
6 17  16 14  14   14 14 12  14 14 , 12 12   16   16  19 16  14        
11 9 11 12 12   

                  म्म्म..
                                    14 12 11 9 7

 मैं फिर भी तुमको चाहूँगा मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
 ……




What is "SWAR","RAAG" &"SARGAM"in hindi

                                           स्वर  

इंडियन क्लासिकल म्यूजिक में 12  म्यूजिकल नोट्स और 

फ्रीक्वेंसी होती है ,जिनसे मिलकर स्वर  बनता है। 

और  स्वर के समूह को सरगम  कहते है। 

इंडियन म्यूजिक में 7 सुद्ध स्वर होते हैं। जिन्हे हम जानते है -(सा ,रे ,गा ,मा ,पा ,धा 

,नी ),बाकी जो 5 स्वर होते है वो कोमल और तीव्र स्वर होते हैं। 


दोस्तों सरगम में सा और प् सिर्फ शुद्ध होते है पर इसमें (रे,गा,धा,नी) कोमल होते 

हैं.और (मा) तीव्र होता हैं.इन्ही को मिला के क्लासिकल म्यूजिक में 12 स्वर होते है. 


               राग क्या है

राग क्या है ? राग कैसी होती है ?

या अगर आप सोचते है कि राग कोई एक सुर से बनती है तो ये भी गलत है.

चलिए मै राग को समझाने के लिए ह्यूमन बॉडी का example 

लेता हु.जैसे की ह्यूमन बॉडी में किसी एक पार्ट का जोड़ने से पूरी 

बॉडी नही बनेगी, वैसे ही राग है, राग के कुछ नियम होते 

है.आपको पता होगा की कुल 12 सुर होते है. राग में ज्यादा से 

ज्यादा और कम से कम सुर लगते है.‌

राग उसको कहा जाता है जो अपनी भावना को दिखाए,राग में 

गायन की सुन्दरता छुपी होती है.



अगर कहा जाये की राग को सीखने में कितना टाइम लगता है,तो 

उसका उत्तर है, पूरी जिन्दगी जी हाँ सिर्फ एक राग को सीखने में 


पूरी जिन्दगी लग जाती है. 


                                      सरगम क्या है


सरगम संगीत सीखने की सबसे पहली स्टेप है, हमें इसी की प्रक्टिस करनी पड़ती है अपनी आवाज 

को म्यूजिक की सही दिसा में लाने के लिए. सरगम सीखना मतलब स्वर अभ्यास करना.

तो दोस्तों चलिए हम सीखते है की स्वर अभ्यास कैसे करते है –

दोस्तों सबसे जरूरी बात की स्वर अभ्यास हमेसा सुरुआत में सिंपल तरीके से करना चाहिए.

उसमे कुछ अपने मन से जोड़ना नहीं चाहिए

आप यहाँ से सुन कर जान सकते है की रिआज कैसे करे . 


                  
 DOWNLOAD IT->      SWAR RIYAJ(स्वर रियाज ) -download mp3

JAB KOI BAAT BIGAD JAYE (SINGLE STRING)

Jab koi baat bigad jaye  -

दोस्तों इस गाने में  original  सरगम  में  जो स्वर इस्तेमाल किये गए है वो  ये हैं - (रे , मा ,पा ,ध ,नि ,सां ,रें ,गां ) 

स्थाई 
जब कोई  बात बिगड़ जाये 
5-    5-     9-9    75      9

जब कोई मुश्किल पढ़  जाये 
5-    5-     79        7      5-2

तुम   देना   साथ   मेरा 
5       79      7-     552-

ओ  हम    नवाज 
2     25-     25

अंतरा 
चांदनी        जब    तक      रात  
12-12 11   12-   12 11    12-

देता     है       हर     कोई     साथ 
12-   12 11  12-    12 16   14 12 10-

तुम      मगर      अंधेरो        में 
10-    14 14   14 14 16   16 14

न   छोड़ना    मेरा    हाथ 
7     7-12    10 10    9-


        ---------



HARE RAMA HARE RAMA


SINGLE STRING GUITAR TABS

क्लासिकल Guitar सीखने  कि  पहली स्टेप है ,सिंगल स्ट्रिंग  सीखना | तो मै  यहाँ पर आपको 
Bollywood के गानो को guitar की सिंगल स्ट्रिंग में कर के दूंगा | 

गिटार में जो सिंगल स्ट्रिंग होता है , उसे हम begginers के  लिए नंबर्स द्वारा दर्शाते हैं | 
जैसे  0 को हम ओपन स्ट्रिंग कहते है ,मतलब की जब 0  होतो बिना किसी फ्रेट को दवाये बजाना  है | 







NEW SINGLE STRING SONGS-


Hare rama hare rama-

Hare rama --  5- 4- 55
Hare rama--   4- 2- 44
Rama rama--  2-0- 22
Hare hare----  5 4 2 0


Hanuman chalisha interluad tune(SINGLE STRING)

       HANUMAN CHALISHA INTERLUAD-

                                                 4-7-9-12

                                  10-9-7-55

                                  4-2-7-77

                                     77-7

Guitar with classical music in hindi


GUITAR WITH CLASSICAL MUSIC+++++↣😊

आइये हम सीखते है ,GUITAR क्लासिकल MUSIC से ♬♬♫

गिटार जो की सितार से पैदा हुआ है ,मै यहाँ पर आपको गिटार की छोटी-छोटी बातो से अवगत कराऊंगा | 
  • एक classic guitar में  तारे(strings)  होती है | 
  • WESTURN में इन तारों  को E, A, D, G, B, E कहते है | 
  • पर classicalमें इन  तारों  को कहते हैं 
E-ग 
A-प
D-स 
G-ग 
B-प 
E-स 

                                        



  •  गिटार के साथ pick or plectrumका  इस्तेमाल करते है |  जो की आवाज के लिए होता है | 
  • एक सबसे महत्वपूर्ण बात की गिटार किसी ट्यूनर से ही ट्यून करे | और इसे क्लासिकल फ्रेक्वेंसी से ही ट्यून करे न कि westurn frequency में | अगर  आप  playstore से ट्यूनर download करते है तो वो वेस्टर्न में मिलेगा पर आप उसे नीचे दी गयी फ्रीक्वेंसी पर सेट कर  सकते हैं | 
E=82.41Hz
A=110Hz
D=146.83Hz
G=196Hz
B=246.94Hz
E=329.63Hz





THE CLASSICAL MUSIC





मैं अनूप INDIAN MUSICAL WORLD में आपका स्वागत करता हूँ|आप यहाँ पर है,तोअवश्य 

कुछ सीखने के मकसद से होंगे।अगर आपको को CLASSICAL MUSIC पसंद है,तो आप 

बिलकुल सही जगह है|मै यहाँ पर आप को INDIAN CLASSICAL MUSIC के बारे में 

कुछ बातो से अबगत कराऊंगा|-- 
CLASSICAL MUSIC हमारे INDIA की  ही देन है| बल्कि कहा जाये तो जितने भी  संगीत है,वो सभी क्लासिकल की ही देन है,

हिंदुस्तान में क्लासिकल म्यूजिक को कई भागो में बांटा गया है,जैसे कि --
  1. हिंदुस्तानी संगीत 
  2. कर्णाटकीय  संगीत 
  3. बंगाली म्यूजिक 
  4. बिहू  असम  से 
  5. डांडिया 
  6. गणसंगीत 
  7. उत्तराखंडी संगीत 
  8. लावणी 
  9. राजस्थानी संगीत 


KAL HO NA HO in single string

                              Kal ho na ho(in single string)   दोस्तों  इस   गाने  में  जो  सरगम  में स्वर इस्तेमाल किये गए है वो है -- ...

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