अगर आपको को CLASSICAL MUSIC पसंद है,तो
आप बिलकुल सही जगह है|मै यहाँ पर आप को INDIAN CLASSICAL MUSIC के बारे
में कुछ बातो से अबगत कराऊंगा|--
आप बिलकुल सही जगह है|मै यहाँ पर आप को INDIAN CLASSICAL MUSIC के बारे
में कुछ बातो से अबगत कराऊंगा|--
CLASSICAL MUSIC हमारे INDIA की ही देन है| बल्कि कहा जाये तो जितने भी संगीत है,वो सभी क्लासिकल की ही देन है,
हिंदुस्तान में क्लासिकल म्यूजिक को कई भागो में बांटा गया है,जैसे कि --
- हिंदुस्तानी संगीत
- कर्णाटकीय संगीत
- बंगाली म्यूजिक
- बिहू असम से
- डांडिया
- गणसंगीत
- उत्तराखंडी संगीत
- लावणी
- राजस्थानी संगीत
"कोमल और तीव्र स्वर क्या है"
कोमल –कोमल स्वर वो होते है,जो सुद्ध स्वर के पहले आते है,जैसे पहले सा आता है उसके बाद सुद्ध रे आता है ,तो 'सा' के बाद और सुद्धा 'रे' के पहले जो आता है वो होगा कोमल स्वर . और उसको नीचे लाइन खीच कर दरसाया जाता है (रे ), और सरगम में (रे गा धा नी) कोमल होते है.
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